न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण निर्णय

वर्ष 2017 में न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ और अन्य न्यायाधीशों द्वारा बंदी प्रत्यक्षीकरण से संबंधित सर्वोच्च न्यायालय के 1975 के फैसले को खारिज कर दिया गया था, जिसमें आपातकाल के दौरान जीवन के अधिकार को निलंबित करने की अनुमति दी गई थी।

  • जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ सर्वोच्च न्यायालय की उस बेंच में भी शामिल थे, जिसने व्यभिचार कानून को निरस्त कर दिया था। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ के अनुसार, यह फ्पितृसत्ता का संहिताबद्ध नियमय् है, जो वर्तमान में अप्रासंगिक है।
  • इसके अलावा डी.वाई. चंद्रचूड़ इच्छामृत्यु, सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश, समलैंगिकता को अपराध से मुक्त करने, गर्भपात के अधिकार, सिनेमा हॉल में अनिवार्य रूप ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

लघु संचिका