वैश्विक प्रवाल भित्ति निगरानी नेटवर्क रिपोर्ट
हाल ही में, ग्लोबल कोरल रीफ मॉनिटरिंग नेटवर्क (Global Coral Refe Monitoring Network - GCRMN) द्वारा प्रवाल भित्तियों की वैश्विक स्थिति पर एक रिपोर्ट जारी की गई है। यह रिपोर्ट ‘ग्लोबल वार्मिंग’के विनाशकारी परिणामों को रेखांकित करती है।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
2009 और 2018 की समयावधि में संपूर्ण विश्व की कुल प्रवाल भित्तियों का लगभग 14 प्रतिशत नष्ट हो चुका है।
- महासागरीय-अम्लीकरण, समुद्र के तापमान में वृद्धि, अत्यधिक मत्स्यन, समुद्री प्रदूषण, खराब तटीय प्रबंधन जैसे स्थानीय दबाव प्रवाल के लिए खतरे हैं।
- जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाले ऊष्मन द्वारा प्रवाल भित्तियों के अस्तित्व पर संकट उत्पन्न हो गया है।
- समुद्रीय सतह ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट: WWF
- 2 अंतरराष्ट्रीय अक्षय ऊर्जा एजेंसी की वार्षिक समीक्षा रिपोर्ट-2024
- 3 विश्व बैंक का 'बिजनेस-रेडी इंडेक्स'
- 4 अखिल भारतीय ग्रामीण वित्तीय समावेशन सर्वेक्षण
- 5 'महत्वपूर्ण खनिजों की भारत में खोज' पर रिपोर्ट
- 6 उद्योगों का वार्षिक सर्वेक्षण: 2022-23
- 7 MIBOR बेंचमार्क पर समिति की रिपोर्ट: आरबीआई
- 8 'एनविस्टेट्स इंडिया 2024: पर्यावरण लेखा' का 7वां अंक
- 9 भारत जैव अर्थव्यवस्था रिपोर्ट-2024
- 10 गोइंग डिजिटल फॉर नॉन-कम्युनिकेबल डिसीजेज: द केस फॉर एक्शन