पारंपरिक औषधि एवं बौद्धिक संपदा अधिकार

बौद्धिक संपदा अधिकार जनजातीय एवं स्थानीय समुदाय को अपने पारंपरिक ज्ञान के उपयोग से

वंचित करता है। इससे समावेशी चिकित्सा उपलब्ध करवाना कठिन होता जा रहा है।

पारंपरिक चिकित्सा विज्ञान, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं वैज्ञानिक मूल्यों पर आधारित है और यह जनजातीय एवं स्थानीय समुदायों के लिए महत्वपूर्ण है। कुछ एशियाई और अफ्रीकी देशों की 80 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या अपनी प्राथमिक चिकित्सा सेवा के लिए पारंपरिक चिकित्सा पर निर्भर है। पारंपरिक चिकित्सा ज्ञान को आमतौर पर जनजातीय या स्थानीय समुदाय की सामूहिक विरासत के रूप में माना जाता है।

उदाहरण के लिए बोलीविया में शमन या दक्षिण अफ्रीका में ....

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