पट्टचित्र पेंटिंग
22 जून, 2022 को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने वेटिकन सिटी में संत पोप फ्रांसिस से मुलाकात की और उन्हें एक पट्टचित्र पेंटिंग (Pattachitra painting) भेंट की।
पट्टचित्र शैली क्या है?
पट्टचित्र शैली की पेंटिंग ओडिशा के सबसे पुराने और सबसे लोकप्रिय कला रूपों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि इस चित्रशैली की उत्पत्ति 12वीं शताब्दी में हुई थी।
- पट्टचित्र कपड़े के एक टुकड़े पर किया जाने वाला एक चित्र है। पट्टाचित्र का नाम संस्कृत के शब्द ‘पट्ट’ से बना है, जिसका अर्थ कैनवास (कपड़े के एक टुकड़े) से है।
- यह चित्रशैली पूर्वी भारतीय राज्यों ओडिशा, पश्चिम बंगाल ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 माता कर्मा की 1009वीं जयंती पर डाक टिकट जारी
- 2 लाला हरदयाल: क्रांतिकारी विचारक और स्वतंत्रता सेनानी
- 3 भारत की 6 संपत्तियां यूनेस्को की अस्थायी सूची में शामिल
- 4 पेप्सू मुजारा आंदोलन
- 5 कम्ब रामायण संरक्षण एवं संवर्धन पहल
- 6 सूफ़ी संगीत महोत्सव : जहान-ए-ख़ुसरो
- 7 सोमनाथ मंदिर: आस्था एवं पुनर्जागरण का प्रतीक
- 8 श्री लंकामल्लेश्वर अभयारण्य में प्राचीन शिलालेख एवं शैलचित्रों की खोज
- 9 ढोकरा शिल्पकला
- 10 विजय दुर्ग