चंद्रयान-2 की सहायता से सौर कोरोना का अध्ययन

  • हाल ही में शोधकर्ताओं की एक टीम ने इसरो के चंद्रयान-2 मिशन के माध्यम से अध्ययन कर सूर्य के कोरोना के विषय में काफी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की है। सूर्य का कोरोना, सूर्य का अत्यधिक गर्म सबसे बाह्य परत होता है।
  • शोधकर्ताओं ने लगभग 100 सूक्ष्म सौर-ज्वालाओं (microflares) का प्रेक्षण किया, जिससे कोरोना-द्रव्यमान के गर्म होने के बारे में नई अंतर्दृष्टि मिलती है।

मुख्य बिन्दु

  • सौर कोरोना में मैग्नीशियम, एल्यूमीनियम और सिलिकॉन की प्रचुर मात्र होती है।
  • कोरोना की हीटिंग के कारण कोरोना से ‘पराबैंगनी' किरणों तथा ‘एक्स-रे' (X-rays) का उत्सर्जन होता है।
  • कोरोना के तापमान में रहस्यमयी भिन्नता को कोरोना की ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री