पूर्वोत्तर भारत में घटती वर्षा का कारण
पृथ्वी पर सबसे आर्द्र स्थल, उत्तर-पूर्व भारत (NEI) में पिछले 36 वर्षों (1979-2014) में गर्मियों की मानसून वर्षा (लगभग 355 मिमी) में काफी तेज गिरावट दर्ज की गई है। उत्तर-पूर्व भारत में वर्षा की इस कमी के कारण पारिस्थितिकी तंत्र एवं इस क्षेत्र के लोगों की आजीविका पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
- हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं था कि यह शुष्कता मानवजनित गतिविधियों के कारण है या यह ‘वैश्विक प्राकृतिक परिवर्तनशीलता’ (global natural variability) के कारण है।
- पुणे स्थित ‘भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान’ एवं असम विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में यह समझने का ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 फायरफ्लाइज़, भारत का पहला निजी उपग्रह समूह
- 2 पिग बूचरिंग घोटाला/निवेश घोटाला
- 3 अंजी खड्ड पुल
- 4 2025 ‘सुधारों का वर्ष’
- 5 क्रायोप्रिजर्वेशन तकनीकी से विकसित पहला बेबी कोरल
- 6 छत्तीसगढ़ वनों को हरित GDP से जोड़ने वाला भारत का पहला राज्य
- 7 हरित परिवर्तन योजना पर कार्यशाला
- 8 बाघों का अंतर-राज्यीय स्थानांतरण
- 9 57वां बाघ अभयारण्य
- 10 ग्लेशियरों के संरक्षण का अंतरराष्ट्रीय वर्ष
करेंट अफेयर्स के चर्चित मुद्दे
- 1 वन नेशन वन इलेक्शन
- 2 थ्री लैंग्वेज फॉर्मूला
- 3 ‘स्वस्थ राज्य, प्रगतिशील भारत’ का दूसरा संस्करण जारी
- 4 घरेलू श्रमिकों पर राष्ट्रीय नीति
- 5 जनसंख्या शोध केंद्र (पीआरसी)
- 6 राष्ट्रीय रक्षा कोष
- 7 वर्ष 2024 तक सभी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य
- 8 पीआईबी कॉर्नर
- 9 डिजिटल भुगतान पर नंदन नीलेकणी पैनल की सिफारिश
- 10 डेटा स्थानीयकरण
- 11 14वां जी20 शिखर सम्मेलन
- 12 वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स 2019
- 13 एससीओ शिखर सम्मेलन 2019
- 14 भारत में 5G तकनीक का अनुप्रयोग
- 15 चंद्रयान-2 मिशन
- 16 कालेश्वरम बहुउद्देश्यीय सिंचाई परियोजना