एकात्म मानववाद के पुरोधा : पंडित दीनदयाल उपाध्याय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 फरवरी, 2022 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का संपूर्ण जीवन सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय के सिद्धांत पर आधारित रहा। उनका एकात्म मानववाद (Integral Humanism) का दर्शन भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया की कई समस्याओं का समाधान देने में सक्षम है।
संक्षिप्त परिचय
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक चिंतक, संगठक, शिक्षाविद्, समाज सेवक, राजनीतिज्ञ, वक्ता, लेखक, साहित्यकार औऱ पत्रकार थे।
- उन्हें एकात्म मानववाद (Integral Humanism) के दर्शन के लिए व्यापक रूप से सराहा जाता है।
- वे एक गहन दार्शनिक, उत्कृष्ट संगठनकर्ता और एक ऐसे नेता थे जिन्होंने व्यक्तिगत ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 आन्ध्र प्रदेश में ब्राह्मी अभिलेख के साक्ष्य
- 2 16वीं शताब्दी के ताम्रपत्र अभिलेख की खोज
- 3 लोथल में NMHC के विकास को मंजूरी
- 4 ओरछा को यूनेस्को कि विश्व धरोहर सूचि में शामिल करने हेतु डोजियर
- 5 कैबिनेट ने 5 नई शास्त्रीय भाषाओं को मंजूरी दी
- 6 प्रथम ‘अंतरराष्ट्रीय भारतीय नृत्य महोत्सव’ का आयोजन
- 7 महात्मा गांधी की 155वीं जयंती
- 8 जर्मनी में सांची के स्तूप के पूर्वी द्वार की प्रतिकृति
- 9 सिंधु घाटी सभ्यता की खोज के 100 वर्ष
- 10 कर्मा उत्सव